उज्जैन: मालवा लोक कला एवं संस्कृति संस्थान द्वारा कालिदास अकादमी में 38वें भेराजी सम्मान कार्यक्रम का आयोजन
भेराजी ने आकाशवाणी को लोकवाणी बना दिया – डॉ. शैलेन्द्र शर्मा
लोकगायक सुन्दरलाल मालवीय और उदित तिवारी को भेराजी सम्मान प्रदान किया गया
उज्जैन: मालवा लोक कला एवं संस्कृति संस्थान द्वारा कालिदास अकादमी में 38वें भेराजी सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने भेराजी, समारोह के संस्थापक कैलाश वर्मा एवं श्रीमती सुमन वर्मा के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की। अतिथियों का स्वागत संरक्षक श्रीराम दवे, अध्यक्ष डॉ. हरीशकुमार सिंह, सचिव जयेश भेराजी, कमलेश वर्मा, देवेन्द्र वर्मा , श्रीमती रानी जयेश भेराजी, तृप्ति दवे, अजय नागर, रमेश चन्द्र नायक आदि ने किया।
अपने अध्यक्षीय उद्धबोधन में प्रो.शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि भेराजी मालवा की लोक संस्कृति के संवाहक थे और मालवी बोली - भाषा के लिए अद्भुत कार्य कर पूरे मालवा और निमाड़ में छा गये थे। भेराजी का व्यक्तित्व और चरित्र जीवित किंवदंती बन गया था। भेराजी की लोकदृष्टि ,देश की लोकदृष्टि रही और भेराजी ने आकाशवाणी को लोकवाणी बना दिया था |
आयोजन के सारस्वत अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार राकेश शर्मा ने कहा कि यह समय अपनी बोलियों को बचाने का समय है क्योंकि बोलियों में पीढ़ियों का विज्ञान सुरक्षित है। मालवी बोली के लिए भेराजी द्वारा किया गया कार्य धरोहर है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आकाशवाणी और दूरदर्शन के निदेशक ब्रह्मप्रकाश चतुर्वेदी ने कहा कि भेराजी ने मालवी और निमाड़ी बोली को सशक्त बनाते हुए आकाशवाणी को लोकप्रिय बनाया और भेराजी द्वारा कही गई मालवी और निमाड़ी जनकथाओं को आकाशवाणी आज भी प्रसारित कर रही है। |
सम्मान प्रसंग के अंतर्गत ख्यात लोकगायक और माचविद सुन्दरलाल मालवीय एवं आकाशवाणी के उद्घोषक उदित तिवारी को भेराजी सम्मान से अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मान पत्र का वाचन डॉ. गरिमा दवे और डॉ. अभिलाषा शर्मा ने किया। अतिथियों ने शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर मालवीय और तिवारी को सम्मानित किया।
स्वागत भाषण संस्था के संरक्षक वरिष्ठ साहित्यकार श्रीराम दवे ने दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत रामचंद्र गांगोलिया एवं साथियों द्वारा गणेश वंदना, मालवी भजन प्रस्तुत किये गये। कलायोगिनी नृत्य संस्था की निर्देशक श्रीमती वीणा व्यास के निर्देशन में सामूहिक लोकनृत्य की भव्य प्रस्तुति की गई और कु. जयवी व्यास ने एकल नृत्य से प्रशंसा पाई।
समारोह में प्रो. हरिमोहन बुधौलिया , संतोष सुपेकर , अशोक भाटी , शशांक दुबे , मुकेश जोशी , अनिल कुरेल , माया बदेका ,डॉ. तारा परमार , कृष्णा वर्मा , प्रकाश देशमुख , डॉ. पल्लवी किशन , ऋतु शुक्ल , संजय शुक्ल , अनूप बोरलिया , सुगनचंद जैन , विनोद चौरसिया आदि उपस्थित थे। आकाशवाणी इंदौर द्वारा सम्मान समारोह की रिकॉर्डिंग की गई जिसका प्रसारण आकाशवाणी से किया जायेगा। संचालन डॉ हरीशकुमार सिंह ने किया। आभार प्रदर्शन जयेश कैलाश भेराजी ने किया।
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