सेंधवा चार पीडियों से शिक्षा की अलख जगा रहे ख़ान परिवार की तीसरी पीढ़ी के शिक्षक श्री इसरार ख़ान सर के रिटायरमेंट के बाद साथियों ने किया यादगार विदाई समारोह

अपने कुशल व्यवहार के लिए जाने जाते हैं इसरार खान

Apr 17, 2025 - 01:37
 0
सेंधवा चार पीडियों से शिक्षा की अलख जगा रहे ख़ान परिवार की तीसरी पीढ़ी के शिक्षक श्री इसरार ख़ान सर के रिटायरमेंट के बाद साथियों ने किया यादगार विदाई समारोह
सेंधवा चार पीडियों से शिक्षा की अलख जगा रहे ख़ान परिवार की तीसरी पीढ़ी के शिक्षक श्री इसरार ख़ान सर के रिटायरमेंट के बाद साथियों ने किया यादगार विदाई समारोह

चार पीडियों से शिक्षा की अलख जगा रहे ख़ान परिवार की तीसरी पीढ़ी के शिक्षक श्री इसरार ख़ान सर के रिटायरमेंट के बाद साथियों ने किया यादगार विदाई समारोह  

सेंधवा: सेंधवा शासकीय माध्यमिक स्कूल क्रमांक 3 में पदस्थ शिक्षक इसरार खान सर के विदाई समारोह का आयोजन संकुल सेंधवा के शिक्षक साथियों द्वारा सेंधवा के निजी होटल में रखा गया। 

वरिष्ठ अधिकारी और साथी शिक्षकों ने खान सर की कार्यशली की करी सराहना 

इस अवसर पर सेंधवा बीईओ लोकेंद्र सोनी ने कहा कि ख़ान सर की सरलता और सहजता काबीले तारीफ़ है। हमारे शिक्षा विभाग में ख़ान सर से बढ़िया हेंड्राइटिंग किसी और शिक्षक की नहीं है। ख़ान सर ऐसे शिक्षकों में शुमार है जिन्होंने अपने कार्यकाल में कभी किसी ज़िम्मेदारी से इनकार नहीं किया। 

वही श्रीमती जोधपुरकर मैडम और श्री राजपूत सर के साथ पूर्व रिटायर शिक्षक जेड एम शेख द्वारा ख़ान सर के व्यक्तित्व के बार में चर्चा करते हुए बताया की ख़ान सर ने अपनी सर्विस के दौरान कभी किसी बात का तनाव नहीं लिया। हमेशा अपने चेहरे पर मुस्कुराहट रखी , अपनी सर्विस के दौरान हमने ना कभी किसी साथी से ख़ान सर की शिकायत सुनी ना ही हमारे किसी साथी ने ख़ान सर के प्रति किसी प्रकार की कोई नाराज़गी जताई। 

1986 में खरगोन जिले के तलकपुर में पहली नियुक्ति  क्रमांक 3  स्कूल में 20 वर्ष से अधिक दी सवाएं 

आप को बता दे की श्री इसरार खान सर की नियुक्ति 24 सितंबर 1986 को खरगोन जिले के सेगांव तहसील के ग्राम तलकपुरा में हुई थी। चार साल तलकपुरा में अपनी सेवाए दी। जिसके पश्चात जुलाई 1990 में श्री इसरार ख़ान सर का स्थानांतरण सेंधवा संकुल में हुआ। इसरार ख़ान सर ने सेंधवा संकुल की प्राथमिक शाला क्रमांक 4 , क्रमांक 3 और बीआरसी कार्यालय में अपनी सेवाए दी। इस दौरान क्रमांक 3 शाला में ख़ान सर ने 20 वर्षों से अधिक सेवाए दी।

खान सर के दादा और पिता भी रह चुके हैं शिक्षक पुत्री और पुत्र भी शिक्षक 

आप को बता दे की इसरार ख़ान सर के परिवार में लगातार चार पीढ़ी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाए दे रही है इसरार ख़ान सर के दादा श्री गुलशेर खा मास्टर साहब उसके पश्चात ख़ान सर के पिता अनवर ख़ान सर भी शिक्षक रह चुके है, ख़ान सर के पुत्र मोईन ख़ान व दो पुत्री असमा खान व शिबा ख़ान भी शिक्षक व शिक्षिका के रूप में अपनी सेवाए दे रहे है।

खान सर ने सभी साथियों वरिष्टों और परिजनों का माना आभार

  आयोजन के दौरान साथी शिक्षकों द्वारा खान सर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालने के साथ-साथ उनके साथ जुड़ी यादों को याद किया और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी। अंत में खान सर द्वारा अपने साथी शिक्षको,परिजनो, समाजजनों का आभार व्यक्त किया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow