बुरहानपुर से उठी न्याय की आवाज़, बाबा साहब की प्रतिमा पर ग्वालियर विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुहार

बुरहानपुर:- ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में भारत रत्न और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना को लेकर हुए विवाद ने अब देशभर में तूल पकड़ लिया है। इस मुद्दे पर जहां एक ओर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध और चिंता जताई जा रही है, वहीं अब बुरहानपुर से एक नागरिक ने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि डॉ. आंबेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रतीक हैं। उनकी प्रतिमा की स्थापना पर कुछ वकीलों द्वारा विरोध जताना दुर्भाग्यपूर्ण है और यह संविधान का अपमान है।
बता दें कि 10 मई को ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जानी थी, जिसके लिए पहले सभी वकीलों की सहमति भी मिल चुकी थी। लेकिन उसी दिन कुछ बार एसोसिएशन सदस्यों ने प्रस्तावित स्थल पर तिरंगा फहराकर पुलिस के साथ टकराव की स्थिति बना दी। इस घटनाक्रम को योजनाबद्ध साज़िश बताया जा रहा है।
What's Your Reaction?






